Thursday, November 10, 2011
कल ही मुझे शुभ समाचार मिला कि आदरणीय कम्बोज अंकल एक नन्ही सी बिटिया के दादा बन गए हैं...| मन ख़ुशी से भर उठा...| वो मासूम बिलकुल एक नन्ही परी सी लग रही है | उस पर जो प्यार उमड़ा , वह एक हाइकु के रूप में आपके सामने पेश कर रही | आप भी इस ख़ुशी के भागीदार बनिए...|
बाँहों में आके
नन्हीं परी मुस्काई
खुशियाँ लाई ।
बाँहों में आके
नन्हीं परी मुस्काई
खुशियाँ लाई ।
आज गुरु पर्व का पवन अवसर भी है, सो मै इस अवसर पर भी आप के साथ कुछ हाइकु शेयर करना चाहती हूँ...|
गुरुपर्व पर हाइकु
प्रियंका गुप्ता
१) मिलजुल के
लंगर छकते हैं
बिना भेद के ।
२) जोत उतरी
ननकाना साहिब
राह दिखाने ।
३) कोई भी धर्म
गुरुपर्व का मान
सबने रखा ।
४) हम मनाते
पूरी श्रद्धा के साथ
गुरु जयन्ती ।
9 comments
बहुत सुन्दर...
ReplyDeleteगुरु नानक जयंती पे हार्दिक शुभकामनाये !
अरे....ये तो कितनी क्यूट है...बहुत बहुत क्यूट :) :)
ReplyDeleteऔर नन्ही पारी के जैसी ही स्वीट सा हाईकू
बाँहों में आके
नन्हीं परी मुस्काई
खुशियाँ लाई ।
:) :)
प्रियंका जी
ReplyDeleteआपने गुरू नानक पर्व पर बहुत ही सुन्दर हाइकु दिये हैं…इतने सुन्दर हाइकुओं को पढ़वाने के लिए आपका धन्यवाद!
प्रियंका बेटी ! आपका बहुत -बहुत शुक्रगुज़ार हूँ जो आपने अपनी मनोभावना हाइकु के रूप में सृजित की है । गुरु पर्व से सम्बन्धित सभी हाइकु बहुत अर्थपूर्ण हैं
ReplyDeleteकम्बोज जी को बहुत बहुत बधाई....३ तारीख को उनसे मुलाकात होनी है.
ReplyDeleteगुरु नानक जयंती पर हार्दिक शुभकामनाये
Chashme-bad-door.....! Bachhee behad pyaree hai!
ReplyDeleteगुरु पर्व की शुभकामनाएं.. थोड़ी देर से सही.
ReplyDeleteबड़े सुन्दर हाइकू लिखे हैं आपने. आभार!
very nice.
ReplyDeleteits a nice blog and good haikus.
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